न मिलना मुझसे कभी
के तेरे मेरे दरमियाँ ऐसी दुरी रहे
न होना रूबरू मुझसे कभी
के तेरे मेरे दरमियाँ ऐसी मज़बूरी रहे
न चाहू मै तेरा कभी दिदार हो
मै तुझे देखू और फिरसे मुझे प्यार हो
न मिलना मुझसे कभी
के तेरे मेरे दरमियाँ ऐसी दुरी रहे
न होना रूबरू मुझसे कभी
के तेरे मेरे दरमियाँ ऐसी मज़बूरी रहे
न चाहू मै तेरा कभी दिदार हो
मै तुझे देखू और फिरसे मुझे प्यार हो